Wednesday, May 23, 2018

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महिला IPL के नाम पर खिलवाड़

महिला आईपीएल के नाम पर नारी का अपमान 

women ipl

आईपीएल के प्ले ऑफ शुरू होने से पहले प्रदर्शनी मैच के तौर पर महिला आईपीएल मैच खेला गया था , मुंबई के वानखेड़े में खेले गए इस मैच -विदेश की कई महिला खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।  मैच शुरू होने से पहले तो इसे महिला क्रिकेट को आगे बढ़ने के लिए किये गए एक सार्थक प्रशंसनीय प्रयास के रूप में देखा जा रहा था लेकिन जैसे ही मैच शुरू हुआ खिलाड़ी मैदान पर आये, तो BCCI की पोल खुल गयी। 
मैच का आयोजन BCCI ने तो करवा दिया  पर व्यवस्था के नाम पर वहाँ कुछ नहीं था। यहाँ तक कि खिलाड़ियों के लिए उचित क्रिकेट किट का भी अभाव दिखा। टीम के ड्रेस के कलर से मैच करने के लिये खिलाड़ियों के हेलमेट , पैड पर उसी रंग का कपड़ा चढ़ा दिया गया। हम पुरुषों का आईपीएल  देखते है , जिसमे पानी की तरह पैसा बहाया जाता है , लेकिन महिला खिलाड़ियो के साथ किया गया ये व्यवहार न केवल दुखद है बल्कि अपमानजनक है। BCCI की इस हरकत ने दूसरे देश  महिला खिलाड़ियों के मन में भी भारत की छवि धूमिल कर दी है।
 
helmet and pad women ipl

इसके अलावा भी मैच को लेकर कई प्रतिबंध रहा। जो भी दर्शक इस मैच को देखने आता उसको पुरुषों का मैच ख़त्म होने के बाद ही बाहर जाने दिया जाता।  दिन के 2 बजे मैच होने से भी दर्शक आने से कतरा गए , क्योकि इस भीषड़ गर्मी में कौन 8 घंटे मैच देखता। इस मैच को एक दिन पहले भी कराया जा सकता था।  अगर यही मैच एक दिन पहले शाम को होता तो ज़रूर स्टेडियम में दर्शक रहते। BCCI ने मैच के नाम पर खिलवाड़ किया है , मंगलवार का दिन वर्किंग डे होता है तो कौन पुरे दिन की छुट्टी लेकर मैच देखने आता यही मैच शाम को होता तो ज़रूर दर्शकों  की उपस्थिति होती। महिला खिलाड़ियों को भी सलाम है जो इस भीषड़ गर्मी में उचित सामग्री के आभाव में भी जी जान लगाकर खेलती नजर आयी। अगर भारतीय पुरुष क्रिकेटर की भी आलोचना की जाये तो बुरा नहीं होगा क्योंकि एक खिलाड़ी होने के नाते , कम से कम वे मैदान पर उपस्थित रहकर महिला खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा सकते थे क्योंकि वो मुंबई के उसी मैदान पर मैच खेलने वाले थे। हम चाहे कितनी भी नारी शक्ति की बात कर लें , लेकिन जब बात ज़मीनी स्तर पर आती है तो कुछ नहीं दिखाई देता है ये बातें सिर्फ महिला आईपीएल की बात नहीं है ये हकीकत हर जगह दिखती है। 

महिला आईपीएल देखने के बाद पता चला कि ऐसे खेल सिर्फ पैसे के लिए खेले जाते है , इस महिला आईपीएल के मैच में कोई भी advertisement नहीं, चाहे वो जियो हो या वीवो हो सब पैसों के लिए है। महिलाओं के मुद्दे के बारे में जो बड़ी बड़ी बातें करते है असल में वो सिर्फ एक ढोंग है उनका सिर्फ एक ही मुद्दा है popularity बटोरना और पैसे कमाना। 

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