पोषण का खजाना : इमली
भोजन का स्वाद दोगुना करने वाली इमली पोषण खजाना है। दुनियाभर के भोजन में डाले जाने के साथ पारम्परिक दवाओ में भी इस्तेमाल की जाती है। मूल रूप से अफ्रीका में उगने वाले इस पेड़ की खेती इतने लम्बे अर्से से भारत में की जा रही है कि यह देशी ही लगता है। दुनियाभर में भारत इसका सबसे बड़ा उत्पादक है। इसमें प्रचुर मात्रा में खनिज व विटामिन पाए जाते है जो महिलाओं के लिए बहुत लाभदायक होते है। इसके बीज से तेल निकलता है और पेड़ की लकड़ी फर्नीचर बनाने के काम आती है। आसानी से उगने वाली इमली के कुछ बीजों को आज ही जमीन में दबा दे कुछ ही वर्षो में आपको और आपके अपनों को स्वादिष्ट इमली की सौगात मिलेगी।
Scientific Name: Tamarindus Indica
Avg. Height: 20-25 yrs
Avg lifetime: 150-200 yrs
- इमली में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते है।
- इसमें मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है विटामिन सी फ्री रेडिकल्स का असर कम करके ह्रदय को तंदरुस्त रखता है।
- इसमें पाए जाने वाले आयरन से खून में RBC की सेल्स बढ़ती है जिससे एनीमिया का खतरा नहीं होता।
- इसका तेल सूजन कम करने के काम आता है। जोड़ो के दर्द में आराम मिलता है। यह आँखों की जलन और सूजन भी कम करता है।
- इसमें मौजूद एंजाइम अल्फ़ा - एमाइलेज शरीर में कार्बोहइड्रेट का सोखा जाना कम करता है , जिससे डायबिटीज मरीज़ों में ग्लूकोज़ और इन्सुलिन का स्तर नियंत्रित होता है।
100 gm इमली में -
- ENERGY - 239 KCal
- Carbohydrate- 62.5 gm
- Fat- 0.6 gm
- Protein- 2.8 gm
Mineral (ml-gm)
- Potassium- 628
- Phosphorous- 113
- Magnesium- 92
- Calcium- 74
- Sodium- 28
- Iron- 2.8
- Zinc- 0.1
Vitamin
- Thaiamin(B1)
- Riboflevin(B2)
- Niasin(B3)
- Pantothinic Acid (B5)
- Vitamin(B6)
- Vitamin B9
- Vitamin C
- Vitamin E
- Vitamin K
Other Importance
- गूदा :- रंगाई के काम आता है। एसिडिक होने के कारण चांदी, तांबा और पीतल साफ़ करने के काम आता है।
- पत्तिया :- नर्म हरी पत्तिया भी भोजन में डाली जाती है। जानवरो के चारे में इस्तेमाल होती है। सिल्क का कीड़ा भी इन पर घर बनाता है।
- फूल :- दक्षिण भारत में इसके फूलों को मधुमखियों के रस के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसके बाद मिलने वाला शहद स्वाद में हल्का व अम्लीय होता है।
- बीज :- भारतीय कपड़ा उद्योग में कई वर्षो से कपास, जूट को तैयार करने में इसका प्रयोग किया जाता है। इससे बना तेल वार्निशिंग के काम आता है।
- लकड़ी :- ईंट की भट्टी में इसकी लकड़ी से अच्छी आग पैदा होती है। गन पाउडर बनाने के लिए इससे अच्छा कोयला मिलता है। फर्नीचर बनाने में भी काम आती है।
भोजन का स्वाद दोगुना करने वाली इमली पोषण खजाना है। दुनियाभर के भोजन में डाले जाने के साथ पारम्परिक दवाओ में भी इस्तेमाल की जाती है। मूल रूप से अफ्रीका में उगने वाले इस पेड़ की खेती इतने लम्बे अर्से से भारत में की जा रही है कि यह देशी ही लगता है। दुनियाभर में भारत इसका सबसे बड़ा उत्पादक है। इसमें प्रचुर मात्रा में खनिज व विटामिन पाए जाते है जो महिलाओं के लिए बहुत लाभदायक होते है। इसके बीज से तेल निकलता है और पेड़ की लकड़ी फर्नीचर बनाने के काम आती है। आसानी से उगने वाली इमली के कुछ बीजों को आज ही जमीन में दबा दे कुछ ही वर्षो में आपको और आपके अपनों को स्वादिष्ट इमली की सौगात मिलेगी।
Scientific Name: Tamarindus Indica
Avg. Height: 20-25 yrs
Avg lifetime: 150-200 yrs

- ENERGY - 239 KCal
- Carbohydrate- 62.5 gm
- Fat- 0.6 gm
- Protein- 2.8 gm
Mineral (ml-gm)
- Potassium- 628
- Phosphorous- 113
- Magnesium- 92
- Calcium- 74
- Sodium- 28
- Iron- 2.8
- Zinc- 0.1
Vitamin
- Thaiamin(B1)
- Riboflevin(B2)
- Niasin(B3)
- Pantothinic Acid (B5)
- Vitamin(B6)
- Vitamin B9
- Vitamin C
- Vitamin E
- Vitamin K
Other Importance
- गूदा :- रंगाई के काम आता है। एसिडिक होने के कारण चांदी, तांबा और पीतल साफ़ करने के काम आता है।
- पत्तिया :- नर्म हरी पत्तिया भी भोजन में डाली जाती है। जानवरो के चारे में इस्तेमाल होती है। सिल्क का कीड़ा भी इन पर घर बनाता है।
- फूल :- दक्षिण भारत में इसके फूलों को मधुमखियों के रस के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसके बाद मिलने वाला शहद स्वाद में हल्का व अम्लीय होता है।
- बीज :- भारतीय कपड़ा उद्योग में कई वर्षो से कपास, जूट को तैयार करने में इसका प्रयोग किया जाता है। इससे बना तेल वार्निशिंग के काम आता है।
- लकड़ी :- ईंट की भट्टी में इसकी लकड़ी से अच्छी आग पैदा होती है। गन पाउडर बनाने के लिए इससे अच्छा कोयला मिलता है। फर्नीचर बनाने में भी काम आती है।
July 18, 2018
Tags :
acche tree
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