POLITICS ON POLLUTION
- दिल्ली सरकार -- प्रदूषण के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है।
- केंद्र सरकार -- प्रदूषण लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है।
- अन्य राजनितिक लोग- इसके लिए केंद्र, दिल्ली सरकार और किसान जिम्मेदार है।
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animation delhi pollution |
देश की राजधानी दिल्ली में ठंड के दिनों में वायु प्रदूषण का पैर पसारना कोई नयी बात नहीं है, लेकिन जैसी राजनीति प्रदूषण को लेकर इस साल हुयी है ऐसा पहले नहीं हुआ था। इसका मुख्य वजह नेताओं का अपने जिम्मेदारी से हटना और एक दूसरे नीचे दिखाने की होड़ है।
इसका मूल कारण केवल और केवल राजनीति ही है क्योंकि जिस चीज से हर साल परेशानी होती है उसको कण्ट्रोल करने के लिए कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाये जाते। जब इस चीज से परेशानी होती है तो आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाता है और बहुत से लोग किसानों को दोष देने लगते हैं , लेकिन ये समझने वाली बात है कि जहाँ आज विकास के नाम पर लाखों पेड़ो को बलि दी जा रही रहीं है ,शहरों में स्तिथ बहुत से तालाबों और झीलों को पाट के बिल्डिंग का पेड़ खड़ा किया जा रहा है। तब क्यों नहीं पर्यावरण के नाम पर जागते हैं। सीधी सी बात है जब कोई समस्या खुद पर आती है तभी हम उसके लिए जागते है।
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पराली जलते हुए |
पराली के जलने से भी प्रदूषण होता है इसमें कोई दो राय नहीं। लेकिन पराली के निदान के लिए कोई कदम नहीं उठाये जाते। जहाँ पर हर सेक्टर के विकास के लिए बात की जाती है वही पर किसानों के लिए कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाये जाते।
सोचिये दिल्ली प्रदूषण कितना गंभीर हो चुका है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा। जो भी लोग प्रदूषण को लेकर चिल्ला रहे है वो सब दिखावा करते है ,क्योंकि वही लोग 4 व्हीलर गाड़ियों में चलते है और दिन भर AC में रहते है। और कही भी प्रदूषण का एक मुख्य कारण आजकल यही गाड़ी और AC ही है। जिस दिल्ली में पुरे भारत के नेताओं का जमावड़ा. लगा रहता है उसी दिल्ली में देश की सबसे गन्दी नदी यमुना बहती है. अगर ये सब इतने ही जिम्मेदार होते तो ये ऐसे ही नहीं रहती।
किस गाड़ी से कितना प्रदूषण
- BUS- 2 %
- CAR- 3%
- LCV- 3%
- THREE WHEELER- 5%
- TWO WHEELER- 7%
- TRUCK- 8%
- TOTAL -28%
सभी बातो का निचोड़ ये है कि चाहे प्रदूषण हो, बाढ़ हो , सूखा हो , आंधी तूफ़ान हो आदि इन सब चीजों से बस आम जनमानस ही परेशान होगा। जिनको AC में रह के बकवास करना रहता है उनको इन सब चीज से इतनी परेशानी नहीं होती है। तो आम आदमी खुद जागरूक बने।
इस प्रदूषण से लोगो को हर वर्ग के, हर पार्टी (राजनीति से परे ) के लोगो को मिल के लड़ने की ज़रुरत है.
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