Monday, December 2, 2019

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DEATH PENALTY FOR RAPE

DEATH PENALTY FOR RAPE

                        बेटियाँ है....  पहरे लगा दो . फिर सब ज़िम्मेदारी से बच जायेंगे 
                        बेटियाँ है.... उन्ही पर ज़िम्मेदारी डाल दो .... दूसरे लोग क्यों ले 
                        बेटियाँ है..... बेड़िया लगा दो, घर में रहेंगी तो महफूज़ रहेंगी 
                        बेटियाँ है। .... पिंजरे में बंद कर दो। .फिर सवाल ही नहीं उठेंगे। 


आज हम लोगो को उन लोगो के लिए लड़ने की ज़रुरत है, जो बलात्कार, छेड़छाड़ और एसिड हमले के खिलाफ आवाज उठाने से डरते हैं। अधिकांश मामलों में पीड़ितों और गवाहों को विभिन्न अवसरों पर धमकाया जा रहा है या उन पर हमला किया जा रहा है। हमें एक कदम आगे बढ़ के समाज की मानसिकता को बदलने और बलात्कार, छेड़छाड़ और एसिड हमले के अपराधियों के खिलाफ कुछ कानूनों में संशोधन करने की आवश्यकता है।
हम लोग एक छात्र, माता, भाई, बहन, पिता आदि हैं और हम भारत के भविष्य को बदलना चाहते हैं। भारत को भविष्य का सबसे सुरक्षित देश बनाने के लिए हमें आने वाली पीढ़ियों को निर्भीक होने के लिए शिक्षित करने की जरूरत है और किसी भी घटना को वे बिना किसी भय के अपने आसपास देखें। सड़कों पर चलना समय के लिए सुरक्षित हो जाये। 


मानवता को सिखाया नहीं जा सकता है लेकिन कानूनों में संशोधन किया जा सकता है।

हम बलात्कारी के लिए मौत की सजा का कार्यान्वयन चाहते हैं, जिन्हें दोषी साबित होने के बाद सजा सुनाई गई है। यह उपाय लोगों में डर पैदा करने और उन्हें यह दिखाने के लिए महत्वपूर्ण है कि उनके कार्यों के बराबर परिणाम हैं।

मौत की सजा से कुछ भी कम नहीं 

ठीक 7 साल पहले इसी दिसंबर महीने में देश में एक ऐसा जघन्य अपराध हुआ था जिससे पूरा देश सिहर गया था। पुरे देश के आँखों में आंसू और ज़ुबान पर न्याय मांग रहे थे। उस घटना में आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गयी लेकिन आजतक फांसी नहीं दी गयी। पीड़िता की माँ और पूरा देश न्याय के इंतज़ार में रह गया। 
ये घटना है -निर्भया।
 

 
दिसंबर 2012 में हुए घटना की न्याय अभी तक मिली नहीं थी कि उसी तरह एक और जघन्य अपराध हैदराबाद हो गया। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में हर घंटे कम से कम 4 घटनाये रेप की होती है। महिलाओं का उत्पीड़न आदि इस रिपोर्ट में और इज़ाफ़ा करती है। 
इस समय देश में 2058+ डेथ पेनाल्टी पेंडिंग है। वजह है लचर कानून व्यवस्था और उदासीनता। इस लिए ऐसे मामलों के लिए ठोस कदम उठाने की ज़रुरत है। और ऐसे जघन्य अपराध के लिए फांसी की सजा से कम कुछ भी ना हो। 
 वित्त मंत्री ने 1023 फास्ट ट्रैक कोर्ट के लिए निर्भया फंड के माध्यम से 700 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है। बलात्कार के सभी मामलों की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होना चाहिए और फैसला ज्यादा से ज्यादा 1 महीने के भीतर आ जाना चाहिए। 



ऐसे निर्णय में तेज़ी के लिए ज़रूरी है कि देश के हर जिले में फोरेंसिक लैब होना चाहिए जिससे रिपोर्ट के लिए महीनों इंतज़ार न करना पड़े। सबसे ज़रूरी है प्रशासनिक विभाग की उदनसीनता को खत्म किया जाये। ऐसे केस के लिए कोई पुलिस या थाना ये ना कहे कि ये हमारे क्षेत्र में नहीं आता। अधिकतर घटनाओ में ऐसे सुनने में आता है कि पुलिस थानों के चक्कर कटवाए जा रहे थे। ऐसी उदानसीनता को लेकर जवाबदेही तय करना बहुत ज़रूरी हो गया है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार को भी इस दिशा में ऐसी गंदगी ख़त्म करने के लिए कुछ संशोधन और ठोस कदम उठाने की ज़रुरत है। जिससे ऐसे घिनौने कामों पर लगाम लगाई जा सके। 

Wednesday, November 27, 2019

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MAHARASHTRA GOVERNMENT

MAHARASHTRA GOVT FORMATION



 महाराष्ट्र में  पिछले कुछ दिनों से सरकार बनाने के लिए जो घमासान जारी रहा, वो अब समाप्त हो गया। सरकार बनने के पश्चात् लोगो के मन में बहुत सवाल उठे, पर एक सवाल जो हर पार्टी के लोग यहाँ तक की जनता भी सोचने से नहीं रोक पायी वह है- महाराष्ट्र का असली चाणक्य कौन : शरद पवार या अमित शाह 


गठबंधन की सरकार बनने के बाद इस सवाल का जवाब बहुत हद तक क्लियर हो गया।  फिर भी इसको जानने के लिए थोड़ा पीछे जाना पड़ेगा। इसमें कोई दो राय नहीं बीजेपी की सरकार बनाने में अमित शाह का बहुत योगदान है ,सरकार बनाने के लिए जितने भी विक्लप हो सकते है अमित शाह से अच्छा कोई उपयोग नहीं कर पाया है। पर महाराष्ट्र में अमित शाह भी फीके पड़ गए। वजह थी एक शख्सियत - शरद पवार। राजनितिक अनुभवों को देखा जाये तो अमित शाह , शरद पवार के आगे बच्चे है। जब शरद पवार पहली बार MLA बने थे तो अमित शाह उस समय मात्र 3 साल के थे। और शरद पवार जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने तब उस समय अमित शाह सिर्फ 14 साल के थे। राजीनीतिक आधार पर ये कह सकते है कि अमित शाह,शरद पवार के सामने कहीं नहीं ठहरते। इतना सब पढ़ के अब तो आप जान चुके है कि असली चाणक्य कौन ? 



इस नए गठबंधन की सरकार के बनने पर यह सवाल उठना लाज़िमी है कि क्या ये स्थायी सरकार दे पायेगी , क्योंकि यह त्रिकोणीय गठबंधन राजनितिक विचारधारा पर सारी पार्टियां एक दूसरे से बहुत अलग है। इसी बात को लेकर देवेंद्र फडणवीस ने बोला कि यह तीन पहियों की सरकार है एक ना एक दिन एक्सीडेंट तो होना ही है।खैर ये भी सोचना ज़रूरी है कि शिव सेना अब महाराष्ट्र से आगे भी विस्तार चाहती है क्योंकि महाराष्ट्र में कुछ जगहों कोंकण और मुंबई को छोड़ दे तो बहुत प्रभुत्व जमा नहीं पायी है। और इस चीज को आगे ले जाने के लिए आदित्य ठाकरे को बड़े रोल के लिए तैयार कर रहे है। दूसरी ओर कांग्रेस पुरे देश में है पर अभी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। मुख्य मुद्दा तो यह है कि जब यही पार्टियां महाराष्ट्र से बाहर चुनाव लड़ेंगी तो क्या यही विचारधारा होगी या दूसरी।     


Friday, November 15, 2019

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pollution

POLITICS ON POLLUTION

  • दिल्ली सरकार --  प्रदूषण के  लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार  है। 
  • केंद्र सरकार -- प्रदूषण लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। 
  • अन्य राजनितिक लोग- इसके लिए केंद्र, दिल्ली सरकार और किसान जिम्मेदार है।  
delhi pollution
animation delhi pollution

देश की राजधानी दिल्ली में ठंड के दिनों में वायु प्रदूषण का पैर पसारना कोई नयी बात नहीं है, लेकिन जैसी राजनीति प्रदूषण को लेकर इस साल हुयी है ऐसा पहले नहीं हुआ था। इसका मुख्य वजह नेताओं का अपने जिम्मेदारी से हटना और एक दूसरे नीचे दिखाने की होड़ है।  

इसका मूल कारण केवल और केवल राजनीति ही है क्योंकि जिस चीज से हर साल परेशानी होती है उसको कण्ट्रोल करने के लिए कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाये जाते। जब इस चीज से परेशानी होती है तो आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाता है और बहुत से लोग किसानों को दोष देने लगते हैं , लेकिन ये समझने वाली बात है कि जहाँ आज विकास के नाम पर लाखों पेड़ो को बलि दी जा रही रहीं है ,शहरों में स्तिथ बहुत से तालाबों और झीलों को पाट के बिल्डिंग का पेड़ खड़ा किया जा रहा है। तब क्यों नहीं पर्यावरण के नाम पर जागते हैं।  सीधी सी बात है जब कोई समस्या खुद पर आती है तभी हम उसके लिए जागते है। 
toxic
पराली जलते हुए 

पराली के जलने से भी प्रदूषण होता है इसमें कोई दो राय नहीं। लेकिन पराली के निदान के लिए कोई कदम नहीं उठाये जाते। जहाँ पर हर सेक्टर के विकास के लिए बात की जाती है वही पर किसानों के लिए कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाये जाते। 
सोचिये दिल्ली प्रदूषण कितना गंभीर हो चुका है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा।  जो भी लोग प्रदूषण को लेकर चिल्ला रहे है वो सब दिखावा करते है ,क्योंकि वही लोग 4 व्हीलर गाड़ियों में चलते है और दिन भर AC में रहते है। और कही भी प्रदूषण का एक मुख्य कारण आजकल यही गाड़ी और AC ही है। जिस दिल्ली में पुरे भारत के नेताओं का जमावड़ा. लगा रहता है उसी दिल्ली में देश की सबसे गन्दी नदी यमुना बहती है. अगर ये सब इतने ही जिम्मेदार होते तो ये ऐसे ही नहीं रहती। 

supreme court


किस गाड़ी से कितना प्रदूषण 
  • BUS- 2 %
  • CAR- 3%
  • LCV- 3%
  • THREE WHEELER- 5%
  • TWO WHEELER- 7%
  • TRUCK- 8%
  • TOTAL -28%
सभी बातो का निचोड़ ये है कि चाहे प्रदूषण हो, बाढ़ हो , सूखा हो , आंधी तूफ़ान हो  आदि इन सब चीजों से बस आम जनमानस ही परेशान होगा। जिनको AC में रह के बकवास करना रहता है उनको इन सब चीज से इतनी परेशानी नहीं होती है। तो आम आदमी खुद जागरूक बने।  
इस प्रदूषण से लोगो को हर वर्ग के, हर पार्टी (राजनीति से परे ) के लोगो को मिल के लड़ने की ज़रुरत है. 

Monday, October 22, 2018

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POLITICS ON NAME CHANGE: OLD Vs NEW NAME

OLD NAME Vs NEW NAME OF CITY



उत्तर प्रदेश  की सत्ता में भाजपा सरकार के आने के बाद नाम बदलने का सिलसिला जारी है। नया नाम बदलने को लेकर अब इलाहबाद चर्चा में है, क्योंकि सरकार ने इसका  नाम बदलकर "प्रयागराज" कर दिया है। जिस पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल में अपनी मुहर लगा दी है। 444 साल बाद एक बार फिर प्रयागराज को अपना पुराना नाम मिल गया है।  इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने बताया की बैठक में बहुत से लोगो ने प्रयागराज नाम रखे जाने का समर्थन कर रहे थे।







old city name

 

 लेकिन इस फेहरिस्त में इलाहबाद पहला शहर नहीं है , इससे पहले भी कई शहरो को नए  नाम दिए गए है। हालांकि नाम बदले जाने के बावजूद शहरों को पुराने नाम से ही पहचाना जाता है। कारण है इसका जुबान पर चढ़ा पुराना नाम। लेकिन इस मामले को लेकर जितनी राजनीति हो रही है ,उतनी राजनीति पहले किसी शहर या स्टेशन के नाम बदलने को लेकर  नहीं हुयी। इससे पहले जितने शहरों के नाम वहाँ की स्थानीय सरकारों ने या कांग्रेस सरकार ने यह फैसला लिया था लेकिन इतना हंगामा कभी नहीं हुआ था। लेकिन इलाहबाद का नाम प्रयागराज करने पर इतना हंगामा क्यों बरपा है यह सोच का विषय है। 
नाम बदलने का यह चलन नया नहीं है, क्योंकि लंबे समय से शहरों को नए नाम मिलते रहे हैं। यहां हम आपको उन्हीं शहरों के बारे में बताएंगे, जिनके पुराने नाम कुछ और ही थे। ठीक वैसे जैसे प्रयागराज कभी इलाहाबाद था और गुरुग्राम… गुड़गांव।

आजादी के तुरंत बाद से ही भारतीय नामों के लिए शहरों के नाम बदले जाने का सिलसिला शुरू हो गया था। हम आपको भारत के उन शहरों के बारे में बता रहे हैं। जिनके नाम ब्रिटिश राज के दौरान अंग्रेजों ने अपनी सहूलियत के हिसाब से बदले थे और देश के आजाद होने के बाद से भारतीय नामों के लिए फिर से इन शहरों के नामों को बदला गया।

बड़ौदा से वडोदरा

vadodara

Wednesday, July 18, 2018

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temarind

पोषण का खजाना : इमली 


temarind

temarind









भोजन का स्वाद दोगुना करने वाली इमली पोषण खजाना है। दुनियाभर के भोजन में डाले जाने के साथ पारम्परिक दवाओ में भी इस्तेमाल की जाती है। मूल रूप से अफ्रीका में उगने वाले इस पेड़ की खेती इतने लम्बे अर्से से भारत में की जा रही है कि यह देशी ही लगता है। दुनियाभर में भारत इसका सबसे बड़ा उत्पादक है। इसमें प्रचुर मात्रा में खनिज व विटामिन पाए जाते है जो महिलाओं के लिए बहुत  लाभदायक होते है। इसके बीज से तेल निकलता है और पेड़ की लकड़ी फर्नीचर बनाने के काम आती है। आसानी से उगने वाली इमली के कुछ बीजों को आज ही जमीन में दबा दे कुछ ही वर्षो में आपको और आपके अपनों को स्वादिष्ट इमली की सौगात मिलेगी। 
  
  Scientific Name: Tamarindus Indica 
  Avg. Height: 20-25 yrs
  Avg lifetime: 150-200 yrs
  एक साल में मिलने वाली इमली : 150 -225 kg . 

temarind tree
    temarind tree
  • इमली में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते है। 
  • इसमें मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है विटामिन सी फ्री रेडिकल्स का असर कम करके ह्रदय को तंदरुस्त रखता है। 
  • इसमें पाए जाने वाले आयरन से खून में RBC की सेल्स बढ़ती है जिससे एनीमिया का खतरा नहीं होता। 
  • इसका तेल सूजन कम करने के काम आता है। जोड़ो के दर्द में आराम मिलता है। यह आँखों की जलन और सूजन भी कम करता है। 
  • इसमें मौजूद एंजाइम अल्फ़ा - एमाइलेज शरीर में कार्बोहइड्रेट का सोखा जाना कम करता है , जिससे डायबिटीज मरीज़ों में ग्लूकोज़ और इन्सुलिन का स्तर नियंत्रित होता है।
100 gm इमली में -

  • ENERGY - 239 KCal 
  • Carbohydrate- 62.5 gm
  • Fat- 0.6 gm
  • Protein- 2.8 gm
Mineral (ml-gm)


  • Potassium- 628
  • Phosphorous- 113
  • Magnesium- 92
  • Calcium- 74
  • Sodium- 28
  • Iron- 2.8
  • Zinc- 0.1
Vitamin


  • Thaiamin(B1)
  • Riboflevin(B2)
  • Niasin(B3)
  • Pantothinic Acid (B5)
  • Vitamin(B6)
  • Vitamin B9
  • Vitamin C
  • Vitamin E
  • Vitamin K
Other Importance


  • गूदा :- रंगाई के काम आता है। एसिडिक होने के कारण चांदी, तांबा और पीतल साफ़ करने के काम आता है। 
  • पत्तिया :- नर्म हरी पत्तिया भी भोजन में डाली जाती है। जानवरो के चारे में इस्तेमाल होती है। सिल्क का कीड़ा भी इन पर घर बनाता है। 
  • फूल :- दक्षिण भारत में इसके फूलों को मधुमखियों के रस के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसके बाद मिलने वाला शहद स्वाद में हल्का व अम्लीय होता है। 
  • बीज :- भारतीय कपड़ा उद्योग में कई वर्षो से कपास, जूट को तैयार करने में इसका प्रयोग किया जाता है। इससे बना तेल वार्निशिंग के काम आता है। 
  • लकड़ी :- ईंट की भट्टी में इसकी लकड़ी से अच्छी आग पैदा होती है।  गन पाउडर बनाने के लिए इससे अच्छा कोयला मिलता है। फर्नीचर बनाने में भी काम आती है। 










Sunday, May 27, 2018

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WINNER OF IPL 2018

YELLOW ARMY AGAIN LIFT THE TROPHY


WINNER CSK
AFTER WINNING THE MATCH FINAL IPL 2018

CSK ने एक  बार फिर साबित किया कि उनको क्यों आईपीएल का किंग कहा जाता है। चेन्नई के धुरंधरों ने आज फिर फाइनल में 178 रन को बौना कर दिया और तीसरा ट्रॉफी अपने नाम किया। SRH की टीम ने जब 178 रन रन बनाये होंगे तब वो भी खुश थे कि अब हमारे गेंदबाज़ आसानी से ये ट्रॉफी दिलवा देंगे पर उन्होंने ये भूल कर गलती कि वो धोनी की टीम के सामने खेल रहे और उस टीम के खिलाफ खेल रहे है जिससे इस आईपीएल 2018 में एक भी मैच नहीं जीते। जिस टीम के सामने अच्छे से अच्छे बल्लेबाज़ भी रन बनाने के लिए संघर्ष करते थे उसी टीम को इस आईपीएल 2018 में चार मैच हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। 

आज  के मैच के हीरो रहे शेन वाटसन। जिन्होंने SRH के गेंदबाज़ो को पुरे मैदान में घुमाया और एक रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस मैच में वाटसन ने 57 गेंदों में 117 रन बनाये बनाये जिसमे 11*4  और 8 *6 है। 

SHANE WATSON CENTURY
AFTER MAKING CENTURY AGAINST SRH IN IPL2018 FINAL

This is an insane run chase from CSK. The heads were down when Watson was struggling and Faf fell in the trap, but they believed. They have built a team around experience. They were mocked when their squad didn't have many youngsters, but it's that experience of handling big game pressure that has helped them win the title this year. CSK become the first team to beat a side four times in a single season. 2018 - Chennai Super Kings is being engraved on the trophy now.

KING OF IPL IS MAHENDRA SINGH DHONI CSK captain: [On Bravo sitting with pads on] He keeps doing it on his own. There was no plan as such; with Faf playing Rayudu had to come down at four. But Bravo is someone who pads quite easily and stays ready. Very difficult to recall what the earlier championship wins were. A lot of people talk about stats , so tonight is 27th, my jersey number is seven and this is the seventh final for us. Enough reasons to win it. But none of these reasons matter, what matters is that we've won it in the end. We talked a lot about age but what matters is the fitness. Rayudu for example is 33, he's someone who is fit, covers a lot of ground. Even if he plays a few games where he spends a lot of time in the ground and in the field, he never complains. So it is the fitness that really matters more than the age aspect. What captains want is players who move well in the field. It doesn't matter which year a player is born in, whether you are 19 or 20 - you have to be agile. You have to accept your shortcomings. For example if I push Watson to stop a single, there is a very good chance that he'll burst his hamstring and won't be available for the next game. So what you tell yourselves is that they have to commit and try, but there's no point getting injured for a single. No plans to celebrate as of now. We are going to Chennai tomorrow, meet a few people, the fans and some people who are close to the franchise. But we'll have a get-together in the hotel and celebrate.

MS Dhoni gets the winners cheque of Rs. 20,00,00,000

GO DOWN TO KNOW SRH GET CHEQUE↓

 MATCH SUMMARY

SRH getting 178 on the board was a stiff ask many thought, because they have a brilliant bowling attack. CSK where going nowhere when they reached only 20/1 after 5 overs. But they didn't need to go anywhere. Too much experience in the bank and they never panicked. SRH missed the trick of not bowling Shakib to a struggling Watson and by the time he was brought on, Watson was ready to greet him with a first ball six. SRH interestingly gave Bhuvi a third over in the powerplay, but the sensible heads in the yellow camp chose to play him out knowing they have enough firepower to catch up. Watson upped the ante in the sixth over and there was no looking back for the Aussie from that point. Rashid Khan, SRH's main weapon, went wicketless and thus the best bowling line-up in IPL history was taken to cleaners. The trophy is now on its way to RA Puram, Chennai.

  STATS IN THIS IPL 2018

- Eight players this season scored 500+ runs - the most ever going past seven from 2013.
- This is the first time a team has beaten an opponent four times in a season.
- Teams finishing second in league phase lifting IPL title:
CSK in 2011 & 2018
KKR in 2012 & 2014
MI in 2013 & 2015
- Ambati Rayudu (2013, 2015, 2017 & 2018) equals Rohit Sharma (2009, 2013, 2015 & 2017) for the most wins in IPL finals. Harbhajan Singh also makes that list though he was not part of the XI.

IPL CHAMPIONS

RR in 2008
DC in 2009
CSK in 2010, 2011 & 2018
KKR in 2012 & 2014
MI in 2013, 2015 & 2017
SRH in 2016

POST MATCH PRESENTATION 


Shane Watson (MoM): It's been a special season to be honest. To get a special season especially after the last season with RCB. It means a lot to be with a franchise like CSK. After those first ten balls I was only hoping to catch up to at least a run-a-ball. Bhuvi is really good with the new ball and was lucky to get the opportunity to catch up. It was good that I got a couple of boundaries to hit and get on par to take it from there. The good thing is that I wouldn't be playing for the next three-four months; feels great. It gives me plenty of time to recover. Throughout the back end of the tournament I was hanging on for dear life, Stephen Fleming and MS Dhoni have been looking after me really well and I am really glad to contribute like I did tonight.
Harbhajan Singh: Brilliant the way we came out and chased it down. To see what Watson, what he brings to the table, you know how many runs you might get, it is always chaseable. Fourth IPL title for me and I am glad. I mean considering that Kane was in good form and they had a lot of middle-order batsmen who were right-handers, Dhoni was right that he needed someone who would take the ball away from the batsman. We have seen wrist spinners bowling more and more overs in the IPL compared to finger spinners. But I hope it would change next year. Well done to Karn and glad to be on the winning side.
Karn Sharma: I was prepared and was waiting for my chance to grab the opportunities I got.
Chahar: I enjoyed bowling with the new ball. I have been waiting for my chance and this year I got my chance. Thanks to Mahi bhai for believing in me; batting, bowling and fielding. It is everyone's dream to play in the IPL and win it, one of my dreams have come true.
Thakur: It is great. Last year I was part of final, but couldn't win it. But this year we won it and it is incredible. I am feeling at top of the world. I think I had the last game in my mind, had to bowl well in the death. More often than not you get hit in this format. Today I was on top of my game and executed the plans.
Ngidi: Very amazing. It's been a roller coaster of emotions. Good to come away with a win and lucky to be part of an IPL winning side. Not many people get to experience such a moment. It's lovely to have the death bowling responsibility on your shoulders and take it in your stride, one ball at a time in a pressure situation and it is great to help the team win.
Jadeja: It is good to be part of a champion team. We did a great job on and off the field because we have played as a team despite winning or losing. We've participated after two years and am very glad to finish as champions.
Dwayne Bravo: It has been good. This is a special moment. The team did not play together for the last two years. We had to move from Chennai after one game. For most of the guys, this is their first time. We were able to keep focus and do it. Nothing is better than winning finals. We always said experience will help in crunch times. Watson batted on one leg and despite the hamstring, his experience helped him. Watson is a world class player.
Rayudu: I was really fortunate to have such a season for Chennai. I worked really hard for it and am glad that I could hit the winning runs. Initially the wicket looked a little slow, it was damp, got much quicker and I am glad we could chase it down.
Kane Williamson | SRH skipper: "We thought it would be a very competitve total. Hats off, Shane Watson comes and gets 120 not out in the final. It's frustrating, but CSK were deserved winners. A new bunch of guys in SRH, a great bunch of guys in the unit. Showed great character. It was a great experience leading this side, shame that we couldn't win the final. Every team is trying to find the balance between bat and ball. Rashid is a great asset for us. As a team we look back fondly on the season."
Kane Williamson collects Rs. 12,50,00,000 - He's the runner up, remember. Calculate the GST 

AWARD OF IPL 2018

Andrew Tye -- 24 wickets to boast -- Purple cap: I accept the purple cap with great honour. India's been a great place with a lot of memories to take home. Unfortunately our team couldn't make it to the finals but we'll try hard to get back next year.
Stylish Player of the Season - Rishabh Pant 
Super Striker of the Season - Sunil Narine
Perfect Catch of the Season - Trent Boult 
IPL Fairplay award - Mumbai Indians
Rishabh Pant | Emerging player of the season: I enjoyed the whole tournament; but it didn't go well for the team though. When you play a lot of matches you get confidence and that helps me and the team. Last year I was trying to hit a lot of sixes, but in this season I've stopped my instincts from taking over.
Pitch and ground award - Punjab Cricket Association (For grounds who've hosted less than seven matches)
Pitch and ground award - Cricket Association of Bengal (For those grounds who've hosted seven matches or more)
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SRH vs CSK FINAL IN HINDI

FINAL BETWEEN TWO COOL CAPTAIN


CSK और SRH के बीच होने वाले आईपीएल फाइनल मुकाबले में दो कूल कप्तानों के बीच भी जंग देखने को मिलेगी। CSK के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी चतुराई भरी कप्तानी से टीम को फाइनल में पहुंचाया है तो केन विल्लियम्सन ने भी अपनी कप्तानी से सबका दिल जीता है। अब दोनों कप्तानों के ऊपर टीम को ख़िताब देने का भार रहेगा। पहले क्वालीफ़ायर में दोनों टीमों की हुयी भिड़ंत में जिस तरह से CSK ने SRH को हराया था उसको देखते हुए SRH के लिए फाइनल जीतना इतना आसान नहीं होने वाला। क्वालीफ़ायर 2 में SRH ने वापसी करते हुए KKR के खिलाफ शानदार जीत दर्ज़ कर फाइनल में जगह बनाई है। CSK के लिए ये 7वॉ फाइनल होगा वही SRH के लिए ये 2 फाइनल होगा। CSK की टीम यह खिताब 2 बार जीती है और SRH 1 बार जीत पायी है। 

अंक तालिका में नंबर 1 व 2 रही टीम ही  फाइनल में पहुंची है। इतिहास गवाह है कि नंबर 2 पर रहने वाली टीम ही फाइनल जीती है। इससे CSK के समर्थकों का आत्मविश्वास काफी बढ़ गया होगा कि उनकी टीम पुरानी टीम की तरह ही वापसी की है। हैदराबाद की टीम को हराकर सीधे फाइनल में पहुंचने से ये विश्वास मिला होगा कि अगर विपक्षी टीम हावी भी हो रही है तो भी वे वापसी करके मैच जीत सकते है। रायुडू की जगह प्लेसिस से ओपनिंग कराना तब तक सही नहीं माना जा रहा था जब तक प्लेसिस ने अपनी ताकत दिखते हुए मैच नहीं जिताया। चेन्नई की बल्लेबाज़ी किसी भी विपक्षी टीम का सामना करने और किसी भी लक्ष्य को हासिल करने का दम रखती है लेकिन उनका सामना ऐसी टीम से है जो छोटे छोटे लक्ष्य को बचाने की आदत डाल चुकी है। 

SRH की बल्लेबाज़ी में चेन्नई जैसी गहराई नहीं है। वह बहुत हद तक धवन और विल्लियम्सन पर निर्भर है। कोलकाता के खिलाफ वन मैन आर्मी राशिद खान की ताबड़तोड़ पारी हैदराबाद को ज़रूरी जोश दे दिया है उन्होने बहुत अच्छे शॉट लगाए इसमें फ्लिक बेहतरीन था। तो टीम राशिद से ऐसे ही प्रदर्शन की फिर से उम्मीद करेगी। 

नज़रें रहेंगी इन पर 

SRH 

KANE WILLIAMSON :  केन विल्लियम्सन सिर्फ कप्तानी ही अच्छी नहीं कर रहे है , वह इस सत्र में अच्छी बल्लेबाज़ी भी कर रहे है। 16 मैचों में 52 . 92   औसत से उन्होंने 688 रन भी बनाये है और रन बनाने के मामले में वह शीर्ष पर बने हुए है। 

SHIKHAR DHAWAN :  शिखर पर अच्छी शुरुआत दिलाने की ज़िम्मेदारी रहती है और कई मैचों में सफल भी रहे है। शिखर ने 15 मैचों में 39 . 25 के औसत से 471 रन बनाये है। ऐसे में फाइनल में उनके ऊपर बड़ी ज़िम्मेदारी रहेगी। 

RASHID KHAN :  इस खिलाड़ी ने KKR के खिलाफ अकेले दम पर मैच जीता दिया था और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया। राशिद 16 मैचों में 21 विकेट ले चुके है। चेन्नई  ख़िताब जीतने में सबसे बड़ा रोड़ा राशिद बन सकते है। 

CSK 

महेंद्र सिंह धोनी :  चेन्नई के लिए अगर कोई सकारात्मक चीज़ है तो वह खुद कप्तान धोनी है जिन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी से टीम को जीत दिलाई है। धोनी ने 15 मैचों में 75 . 83 के औसत से 455 रन बनाये है। 

ड्वेन ब्रावो :  मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेली गयी उस पारी को कौन भुला सकता है जो 91 रन बना के हारा हुआ मैच चेन्नई के पाले में कर दिया था। ब्रावो ने 15  मैच में 141 रन बनाये है और 13 विकेट भी ले चुके है। 

अंबाती रायुडू :  रायुडू ने धमाकेदार बल्लेबाज़ी करके चेन्नई की जीत की नीव रखी है। 15 मैचों में 41 . 85 के औसत से 586 रन बनाये है और रन बनाने के मामले में चौथे स्थान पर बने हुए है। अंबाती का बल्ला चला तो टीम जीत पक्की हो सकती है। 

इसके अलावा दोनों टीमों में जैसे रैना, वाटसन ,प्लेसिस , सिद्धार्थ कॉल , शाकिब आदि पर भी टीमें निर्भर करेंगी। 
PROBABLE XI 

SRH

  1. SIKHAR DHAWAN
  2. WIDHIMAN SAHA
  3.  KANE WILLIAMSON
  4. DEEPAK HUDDA/ MANISH PANDEY
  5. YUSUF PATHAN
  6. SHAKIB AL HASAN
  7. CARLOS BRATHWAITE
  8. RASHID KHAN
  9. BHUVNESHWAR KUMAR
  10. KHALEEL AHMAD/ SANDEEP SHARMA
  11. SIDHARTH KAUL
CSK
  1.  MAHENDRA SINGH DHONI
  2.   AMBATI RAYUDU
  3.   SURESH RAINA
  4.  SHANE WATSON
  5.   FAF DU PLESIS
  6.  RAVINDRA JADEJA
  7.   HARBHAJAN SINGH 
  8.   DWAYNE BRAVO
  9.   DEEPAK CHAHAR
  10.   LUNGI NGIDI
  11.  SHARDUL THAKUR

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